25.5.11

जेरोनिमो नाम के प्रयोग पर बवाल

अमरीकी की अपाचे जनजाति ने अल क़ायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन के ख़िलाफ़ सैन्य कार्रवाई में अपने चर्चित लड़ाके जेरोनिमो के नाम का इस्तेमाल करने पर कड़ी आपत्ति जताई है.

अपाचे जनजाति ने इस मामले में अमरीका सरकार से माफ़ी मांगने को कहा है. फ़ोर्ट सिल अपाचे ट्राइबल के चेयरमैन जेफ़ हाउज़र ने कहा कि चर्चित अपाचे लड़ाके की तुलना सामूहिक संहार करने वाले से करना पीड़ादायक है और ये सभी मूल अमरीकियों के लिए अपमानजनक भी है.

जिस कमांडो टीम ने पाकिस्तान के ऐबटाबाद शहर में कार्रवाई करके ओसामा बिन लादेन को मार दिया था, उसने अपनी प्रगति रिपोर्ट में जेरोनिमो के नाम का इस्तेमाल किया था.

एक समय अपाचे नेता जेरोनिमो मैक्सिको और अमरीका दोनों देशों के सैनिकों के लिए सिरदर्द बने हुए थे. उन्होंने अपनी ज़मीन, अपने लोग और उनके जीने के तरीक़े की रक्षा के लिए हथियार उठाया था.

वर्षों तक वे सैनिकों की आँखों में धूल झोंकते रहे लेकिन आख़िरकार 1886 में पकड़े गए. उन्होंने ओक्लाहोमा की जेल में रखा गया जहाँ 23 साल तक क़ैद में रहने के बाद 1909 में निमोनिया से उनकी मौत हो गई.

अपाचे नेता हाउज़र ने ओबामा को लिखे पत्र में उनके वादों पर सवाल भी उठाया. उन्होंने कहा कि ओबामा सहानुभूति और बदलाव के संदेश के आधार पर राष्ट्रपति पद के लिए चुने गए, लेकिन उन्होंने देश के सबसे बड़े शत्रु का नाम जेरोनिमोसेजोड़करयेजतादियाहैकिमूलअमरीकियोंकेलिएउनकेमनमेंकोईसहानुभूति नहीं हैजेरोनिमो

जेरोनिमो अपाचे जनजाति के मशहूर नेता थे


2 टिप्‍पणियां:

Udan Tashtari ने कहा…

अच्छी जानकारी दी..आभार.

कुमार राधारमण ने कहा…

अमरीका माफी मंगवा सकता है,मांग नहीं सकता!

क्या इन टोटको से भर्ष्टाचार खत्म हो सकता है ? आप देखिए कि अन्ना कैसे-कैसे बयान दे रहे हैं? शरद पवार भ्रष्ट हैं। भ्रष्टाचार पर बनी जीओएम (मंत्रिसमूह) में फला-फलां और फलां मंत्री हैं। इसलिए इस समिति का कोई भविष्य नहीं है। पवार को तो मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे देना चाहिए। पवार का बचाव करने की कोई जरूरत नहीं है। अगर पवार के मंत्रिमंडल से बाहर हो जाने से भ्रष्टाचार