अमरीकी की अपाचे जनजाति ने अल क़ायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन के ख़िलाफ़ सैन्य कार्रवाई में अपने चर्चित लड़ाके जेरोनिमो के नाम का इस्तेमाल करने पर कड़ी आपत्ति जताई है.
अपाचे जनजाति ने इस मामले में अमरीका सरकार से माफ़ी मांगने को कहा है. फ़ोर्ट सिल अपाचे ट्राइबल के चेयरमैन जेफ़ हाउज़र ने कहा कि चर्चित अपाचे लड़ाके की तुलना सामूहिक संहार करने वाले से करना पीड़ादायक है और ये सभी मूल अमरीकियों के लिए अपमानजनक भी है.
जिस कमांडो टीम ने पाकिस्तान के ऐबटाबाद शहर में कार्रवाई करके ओसामा बिन लादेन को मार दिया था, उसने अपनी प्रगति रिपोर्ट में जेरोनिमो के नाम का इस्तेमाल किया था.
एक समय अपाचे नेता जेरोनिमो मैक्सिको और अमरीका दोनों देशों के सैनिकों के लिए सिरदर्द बने हुए थे. उन्होंने अपनी ज़मीन, अपने लोग और उनके जीने के तरीक़े की रक्षा के लिए हथियार उठाया था.
वर्षों तक वे सैनिकों की आँखों में धूल झोंकते रहे लेकिन आख़िरकार 1886 में पकड़े गए. उन्होंने ओक्लाहोमा की जेल में रखा गया जहाँ 23 साल तक क़ैद में रहने के बाद 1909 में निमोनिया से उनकी मौत हो गई.
जेरोनिमो अपाचे जनजाति के मशहूर नेता थे
2 टिप्पणियां:
अच्छी जानकारी दी..आभार.
अमरीका माफी मंगवा सकता है,मांग नहीं सकता!
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