kuch ankahe


एक बिहारी-सौ बिमारी" यह छवि थी बिहार की आज से पांच साल पहले. "अस्मिता" यानि स्वाभिमान पर जब चोट होती है तो जनमत बावरा हो जाता है यह बात पहले गुजरात ने साबित की और अब बिहार ने | क्या कहना है आपका ?

क्या इन टोटको से भर्ष्टाचार खत्म हो सकता है ? आप देखिए कि अन्ना कैसे-कैसे बयान दे रहे हैं? शरद पवार भ्रष्ट हैं। भ्रष्टाचार पर बनी जीओएम (मंत्रिसमूह) में फला-फलां और फलां मंत्री हैं। इसलिए इस समिति का कोई भविष्य नहीं है। पवार को तो मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे देना चाहिए। पवार का बचाव करने की कोई जरूरत नहीं है। अगर पवार के मंत्रिमंडल से बाहर हो जाने से भ्रष्टाचार