24.4.11

आध्‍यात्मिक गुरु सत्‍य साईं बाबा का निधन हो गया है


बड़े दुःख के साथ मुझे   मुझे ये पोस्ट करनी पड़ रही है | की 
आध्‍यात्मिक गुरु सत्‍य साईं बाबा का निधन हो गया है
आध्‍यात्मिक गुरु सत्‍य साईं बाबा का निधन हो गया है आज रविवार  सुबह 7.40 बजे सत्य साईं बाबा ने अपनी देह त्यागी। दिल का दौरा पड़ने से हुआ  देहांत |  पुरे देश मैं शोक की लहर दोड़ गई है | पुत्तापर्थी मार्केट शहर पूरा बंद हो चूका है  हर तरफ शोक की लहर है |
सत्य साई बाबा की हालत अत्यंत गंभीर पहले से २८ मार्च २०११ को  अस्पताल में भर्ती कराया गया था. और उनके सभी अंगों पर इलाज का बेहद मामूली असर हो रहा है.

उनका जिगर काम नहीं कर रहा है और रक्तचाप लगातार निम्न बना हुआ है जिसकी वजह से डॉक्टर बेहद चिंतित हैं.’

उन्होंने कहा कि सत्य साई बाबा कृत्रिम श्वांस यंत्र की मदद से सांस ले रहे हैं और उनके गुर्दों के लिए आज सुबह हीमोडायलिसिस की धीमी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.


सत्‍य साईं का जन्‍म 23 नवंबर, 1926 को आंध्र प्रदेश के पुट्टापर्थी में हुआ था. जिस घर में सत्य साईं का जन्म हुआ, वो घर अब एक मंदिर बन गया है.
सत्यनारायण राजू ने 14 साल की उम्र में ही अपने माता-पिता और घर को छोड़कर धार्मिक जीवन की राह पकड़ ली थी. चार साल भ्रमण के बाद जब वो लौटे, तो उन्होंने छह साल तक घर (जहां अब एक शिवालय बना दिया गया है) में रह कर साधना की, पर जैसे-जैसे उनका यश फैलता गया, ये जगह छोटी पड़ती गयी.
बाद में यहां से कुछ किलोमीटर की दूरी पर साईं बाबा का मौजूदा आश्रम प्रसांथी निलयम बनाया गया. जब सत्य साईं की तबीयत बिगड़ी, तबसे यहां पर दिन-रात देसी-विदेशी भक्तों की मौजूदगी में लगातार भजन और कीर्तन जारी है.

सत्य साईं बाबा : दर्शनार्थ 2 दिन रखा जाएगा पार्थिव शरीर



पुट्टापर्थी. आध्यात्मिक गुरु सत्य साईं बाबा का पार्थिव शरीर पुट्टापर्थी में उनके आश्रम प्रशांति निलायम में दो दिन तक दर्शनार्थ रखा जाएगा। सत्य साईं बाबा का रविवार सुबह निधन हो गया। वह 85 वर्ष के थे।

सत्य साईं बाबा केंद्रीय ट्रस्ट द्वारा जारी बयान के मुताबिक पार्थिव शरीर रविवार शाम छह बजे आश्रम के साईं कुलवंत हॉल में रखा जाएगा। सोमवार और मंगलवार को भी भक्तों को उनके अंतिम दर्शन उपलब्ध हो सकेंगे।

बाबा के अंतिम संस्कार के सम्बंध ने ट्रस्ट ने अभी कोई जानकारी नहीं दी है लेकिन माना जा रहा है कि यह बुधवार को प्रशांत निलायम में पूरे राजकीय सम्मान से होगा।

ट्रस्ट ने भक्तों से अपील की है कि अस्पताल की ओर बड़ी संख्या में न पहुंचे। अंतिम दर्शन का प्रबंध व्यवस्थित तरीके से किया जाएगा।

बाबा पिछले चार दशक से प्रशांत निलायम में ही अपने भक्तों को दर्शन और आर्शीवाद देते थे।

सत्य साईं बाबा को उनके भक्त भगवान की तरह पूजते हैं। पिछले दिनों बाबा के शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। उन्हें 28 मार्च को अस्पताल में भर्ती किया गया था।
दिनेश पारीक

 

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क्या इन टोटको से भर्ष्टाचार खत्म हो सकता है ? आप देखिए कि अन्ना कैसे-कैसे बयान दे रहे हैं? शरद पवार भ्रष्ट हैं। भ्रष्टाचार पर बनी जीओएम (मंत्रिसमूह) में फला-फलां और फलां मंत्री हैं। इसलिए इस समिति का कोई भविष्य नहीं है। पवार को तो मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे देना चाहिए। पवार का बचाव करने की कोई जरूरत नहीं है। अगर पवार के मंत्रिमंडल से बाहर हो जाने से भ्रष्टाचार