मेरी कविताओं का संग्रह: दो जन्म: हाँ , आज हुआ है मेरा जन्म , एक शानदार हस्पताल में .... कमरे में टीवी है ... बाथरूम है ...फ़ोन है .... तीन वक्त का खाना आता है ..... जब म...
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मेरी इस छोटी सी दुनिया में आप सब का स्वागत है.... अब अपने बारे में क्या बताऊँ... सिलसिला ज़ख्म ज़ख्म जारी है, ये ज़मी दूर तक हमारी है, मैं बहुत कम किसी से मिलता हूँ, जिससे यारी है उससे यारी है... वो आये हमारे घर में खुदा की कुदरत है, कभी हम उनको तो कभी अपने घर को देखते हैं...
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