tag:blogger.com,1999:blog-5263673935070351978.post8628279647028330444..comments2023-10-24T03:54:40.189-07:00Comments on कुछ तुम कहो कुछ मैं कहु |: हमें क्यों चाहिए जन लोकपाल?Dinesh pareekhttp://www.blogger.com/profile/00921803810659123076noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-5263673935070351978.post-82965140514597258912011-08-26T04:15:31.222-07:002011-08-26T04:15:31.222-07:00"सत्याग्रह शब्द का उपयोग अक्सर बहुत शिथिलतापू..."सत्याग्रह शब्द का उपयोग अक्सर बहुत शिथिलतापूर्वक किया जाता है और छिपी हुई हिंसा को भी यह नाम दे दिया जाता है। लेकिन इस शब्द के रचयिता के नाते मुझे यह कहने की अनुमति मिलनी चाहिए कि उसमें छिपी हुई अथवा प्रकट सभी प्रकार की हिंसा का,फिर वह कर्म की हो या मन और वाणी की हो,पूरा बहिष्कार है। प्रतिपक्षी का बुरा चाहना या उसे हानि पहुंचाने के इरादे से उससे या उसके बारे में बुरा बोलना सत्याग्रह का उल्लंघन है। सत्याग्रह एक सौम्य वस्तु है,यह कभी चोट नहीं पहुंचाता। उसके पीछे क्रोध या द्वेष नहीं होना चाहिए। उसमें शोरगुल,प्रदर्शन या उतावली नहीं होती। वह जबरदस्ती से बिल्कुल उल्टी चीज़ है। उसकी कल्पना हिंसा से उल्टी परंतु हिंसा का स्थान पूरी तरह भर सकने वाली चीज़ के के रूप में की गयी है।"Rajanihttps://www.blogger.com/profile/13847154675684262763noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5263673935070351978.post-2376150750603033932011-08-25T10:16:17.149-07:002011-08-25T10:16:17.149-07:00कुछ प्रश्न इतने जटिल होते हैं की उत्तर सहज नहीं. अ...कुछ प्रश्न इतने जटिल होते हैं की उत्तर सहज नहीं. अच्छी पड़ताल.<br />यदि मीडिया और ब्लॉग जगत में अन्ना हजारे के समाचारों की एकरसता से ऊब गए हों तो मन को झकझोरने वाले मौलिक, विचारोत्तेजक हेतु पढ़ें आलेख<br />अन्ना हजारे के बहाने ...... आत्म मंथन http://sachin-why-bharat-ratna.blogspot.com/2011/08/blog-post_24.htmlएक स्वतन्त्र नागरिकhttps://www.blogger.com/profile/12076990707024302030noreply@blogger.com